आईआईटी दिल्ली में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग के छात्र कलश गुप्ता ने ‘टीसीएस कोडविटा’ सीजन 10 का खिताब और 10,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि अपने नाम करते हुए पूरी दुनिया में एक बार फिर से भारतीय छात्रों की विद्वता का लोहा मनवाया है, जाहिर है कि कोडिंग के क्षेत्र में भारतीय छात्रों का दबदबा है
पिछले वर्ष कोडविटा सीजन 9 का पुरस्कार अमेरिका के न्यूजर्सी के बेन अलेक्जेंडर को मिला था, वहीं सीजन 4,5 और 6 की जीत का ख़िताब भारतीय छात्रों ने अपने नाम किया था
कलश गुप्ता ने बताया कि जब मैंने प्रतियोगिता में शुरुआत की। कभी नहीं सोचा था कि टॉप 3 में भी रहूंगा। यह बहुत ही शानदार अनुभव है। मैं पुरस्कार राशि 10 हजार डॉलर को लेकर काफी उत्साहित हूं। पहले मुझे विश्वास नहीं था। पहली समस्या को हल करने में मुझे काफी समय लगा था। हालांकि अन्य समस्याओं को हल करते हुए आगे बढ़ता गया। मुझे अपनी अंतिम स्थिति पर अधिक विश्वास हुआ। यकीन था कि मैं टॉप 3 में रहूंगा
इस प्रतियोगिता में 87 देशों के 100,000 से अधिक प्रतियोगियों ने भाग लिया था,कोडविटा सीजन 10 में दूसरे नंबर पर चिली और ताइवान तीसरे नंबर पर रहे,दूसरे नबंर के विजेता को 7000 डॉलर और तीसरे नंबर के विजेता को 3000 डॉलर की पुरस्कार राशि हासिल हुई, वहीं चौथे नंबर पर रहने वाले चेक गणराज्य को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 1000 डॉलर दिए गए
कोडविटा, एक प्रतिष्ठित कोडिंग प्रतियोगिता, दुनिया की सबसे बड़ी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता के रूप में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का खिताब भी रखती है, कोडविटा एक खेल के रूप में प्रोग्रामिंग को बढ़ावा देता है और प्रतिभागियों को एक-दूसरे के खिलाफ अपने कौशल का इस्तेमाल करने और वास्तविक जीवन की दिलचस्प चुनौतियों को हल करने के लिए प्रोत्साहित करता है