अगर रात को मोबाइल चार्जिंग पर लगा कर सोने की है आदत तो हो जाइए सावधान, जा सकती है आपकी जान !

अगर आपका मोबाइल फोन कई कई घंटों तक चार्ज पर ही लगा रहता है, तो यह समझ लीजिए कि ऐसा करना आपके लिए जान का जोखिम उठाना है और आप ऐसा करते हैं तो यह चौंकाने वाली खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए।

girl dies from shock while charging her phone
Couple of smartphone chargers plugged to a household electrical wall outlet.

किसी भी मोबाइल फ़ोन उपभोक्ता के लिए उसकी सबसे आवश्यक वस्तु उसके मोबाइल का चार्जर होता है,क्यूँकि मोबाइल फ़ोन को बार-बार उपयोग करने के लिए मोबाइल की बैटरी को चार्ज करना होता है और यह काम बिना मोबाइल चार्जर के संभव नहीं है ।

लेकिन अधिकांश मोबाइल फ़ोन उपभोक्ता इस बात पर गौर नहीं करते हैं कि उनके मोबाइल की सबसे खतरनाक चीज़ भी उनके मोबाइल का चार्जर ही है।

चार्जर का गलत उपयोग सिर्फ उनके मोबाइल को नुकसान ही नहीं पहुंचा सकता है बल्कि उनकी भी जान ले सकता है।

यह एक आम बात है कि लोग अक्सर रात में मोबाइल फोन चार्जिंग पर लगा देते हैं और फिर मस्त नींद सो जाते हैं।

इस दौरान कई कई घंटों तक उनका मोबाइल फोन को चार्ज पर ही लगा रहता है, लेकिन यह समझ लीजिए कि ऐसा करना जान का जोखिम उठाना है।

अगर आप भी ऐसा करते हैं तो यह चौंकाने वाली खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए।

हाल ही में एक 17 साल की लड़की की मौत मोबाइल चार्जिंग की वजह से हो गई है दरअसल यह लड़की अपना मोबाइल फोन चार्जिंग पर लगाकर उसके ऊपर सो गई थी।

खोर्न सेरे पोव नाम की एक लड़की रात में अपना मोबाइल चार्जिंग पर लगाकर सोई थी, लेकिन करंट लगने से उसकी मौत हो गई।

कंबोडिया के क्रेटी प्रांत की रहने वाली खोर्न सेरे पोव एक ट्रांसलेटर थी और एक गोल्ड माइनिंग कंपनी में चीनी ट्रांसलेशन का काम करती थी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, खोर्न सेरे नहाने के बाद बेड पर लेट गई और मोबाइल के चार्जर को बिजली के प्लग से कनेक्ट किया और फोन चार्ज करने लगी।

इस दौरान उसके मोबाइल की टॉर्च भी ऑन था, खोर्न सेरे को नींद आ गई और वो सो गई, नींद के दौरान उसे बिजली का झटका लगा और उसकी मौत हो गई।

स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि खोर्न सेरे की मौत नींद में ही हो गई और चार्जिंग के दौरान लगा बिजली का झटका ही उसकी मौत का कारण बना।

इस दुर्घटना के बाद दुनिया भर में फोन चार्जर्स गुणवत्ता और सुरक्षा पर बहस छिड़ गई,पहले भी कई इसी प्रकार की कई घटनाओं ने फोन चार्जर्स की क्वालिटी पर सवाल खड़े किए हैं।

भारत में भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें  मोबाइल की बैट्री फटने या चार्जिंग के समय हुए हादसे में लोगों को जान गंवानी पड़ी।

क्यूँकि अक्सर लोगों की आदत होती है कि वो देर रात तक फोन यूज करते हैं, और अगर बैटरी कम हो तो लोगों की आदत होती है कि वो चार्ज में फ़ोन लगाकर मोबाइल चलाते है।

कभी कभी ऐसे ही मोबाइल यूज करते हुए सो जाते हैं, ऐसा करना आपके सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक है और सामान्य तौर पर कई लोग ऐसी हरकतों से बचने का ही सलाह देते है।

मोबाइल यूजर्स इस बात का ध्यान रखें कि मोबाइल जैसे ही चार्ज हो, वैसे ही उसे चार्जर से रिमूव कर दें, क्योंकि अक्सर देखा गया है कि मोबाइल से जुड़े हादसे उस वक्त हुए हैं, जब मोबाइल चार्जिंग पर लगा था।

कई विशेषज्ञों का ये भी कहना है कि मोबाइल कंपनियों को अपने प्रोडक्ट को इस तरह डेवलप करना चाहिए कि चार्जिंग के समय करंट का खतरा ना हो।

मोबाइल से बढती दुर्घटनाओं के बाद कई लोगों का मानना कि एक जागरुकता अभियान भी चलाना चाहिए कि बिजली से खुद को कैसे बचाना है।

क्योंकि ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जिसमें मोबाइल फोन की वजह से लोगों की जान जा रही है।

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