बता दें कि हाल ही में नेपाल से दिल्ली के लिए बस शुरू की गई है, इससे समय की बचत हुई है और आवाजाही में आसानी हुई है।
दरअसल, यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) ने दिल्ली से काठमांडू (नेपाल) के लिए बस सेवा के शेड्यूल और रूट में कुछ बदलाव किए हैं।
प्रबंधन का मानना है कि नए मार्ग से यात्रियों को यात्रा में कम से कम छह से सात घंटे के समय की बचत होगी।
उप मुख्य महाप्रबंधक (पीआर) डीटीसी, संजय सक्सेना ने परिवर्तन के बारे में कहा, सेवा, जिसे 3 नवंबर 2014 को लॉन्च किया गया था, आधिकारिक तौर पर भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा के रूप में जाना जाता है।
नए रूट पर बसों का संचालन लखनऊ एक्सप्रेस हाईवे से किया जाएगा जो लगभग 49 किलोमीटर की बचत करने वाला।
इससे यात्रा का समय मौजूदा 32-34 घंटे से घटकर 25-26 घंटे हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि एक यात्रा के लिए प्रति यात्री किराया 2,774 रुपये होगा।
यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए बस पहले मजनू का टीला जाएगी और वहां से अंबेडकर टर्मिनल जाएगी।
उन्होंने कहा कि बस सुबह 5 बजे मजनू का टीला पहुंचेगी और वहां से एक घंटे बाद सुबह 6 बजे अंबेडकर टर्मिनल दिल्ली गेट पर जाएगी।
वहीं, समय परिवर्तन के तहत नेपाल के लिए बसें दिल्ली गेट टर्मिनल से पहले की तरह सुबह 10 बजे के बजाय सुबह सात बजे रवाना होंगी।
इससे यात्रियों को अतिरिक्त 4-5 घंटे प्रतीक्षा समय की बचत होती है।
उन्होंने कहा कि अगर बस सुबह 7 बजे टर्मिनल से निकलती है, तो यह समय पर नेपाल पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान बस तीन स्टॉप पर रुकेगी।