भारतीय कृषि और किसान इस समय कितने भयानक संकट से गुजर रहें हैं, यह किसी से छुपा नहीं है।
किसानों द्वारा स्वेच्छा से खेती छोड़ने की प्रवृत्ति की गंभीरता का अहसास दिलाने के लिए औरंगाबाद जिले के टकटोड़ा गांव की घटना एक गंभीर कटाक्ष है।
टकटोड़ा गांव से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, इस गाँव के निवासी 22 वर्षीय युवा किसान कैलाश पतंगे ने गोरेगांव के एक बैंक से लोन माँगा है।
बैंक लोन चर्चा का विषय बना गया है क्योंकि कैलाश पतंगे ने बैंक से हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए छ: करोड़ रुपये के लोन का आवेदन किया है।
कैलाश पतंगे का कहना है कि, ‘‘कौन कहता है कि बड़े लोगों को ही बड़े सपने देखने चाहिए? किसान भी बड़े सपने देखें, मैंने हेलीकॉप्टर खरीदने के लिए 6.65 करोड़ रुपये के कर्ज के लिए आवेदन किया है, अन्य व्यवसायों में बहुत प्रतिस्पर्धा है, इसलिए मैंने यह फैसला लिया है।’
युवा किसान कैलाश पतंगे के पास दो एकड़ जमीन है, उन्होंने कहा कि अनियमित बारिश और सूखे जैसी परिस्थितियों ने पिछले कुछ वर्षों में खेती को मुश्किल बना दिया है।
पतंगे ने बताया कि मैंने पिछले दो साल में अपनी जमीन पर सोयाबीन की खेती की लेकिन बेमौसम हुई बारिश के कारण अच्छा रिटर्न नहीं मिला, फसल बीमा का पैसा भी पर्याप्त नहीं था।
इन वजहों से पतंगे ने एक अच्छा जीवन जीने के लिए एक हेलीकॉप्टर खरीदने का मन बन गया। इसके बाद वह इसे किराए पर देने के बारे में सोचेगा।
इस हेलीकॉप्टर को वह किराये पर देगा और अपना जीवन यापन करेगा, पतंगे ने तर्क दिया कि खेती करना अब उसके बस में नहीं रह गया है, ऐसे में कमाई के दूसरे साधन के तहत वह हेलीकॉप्टर किराए पर चलाना चाहता है।