मौजूदा समय की भागम-भाग वाली जिन्दगी और गलत खानपान की वजह से अधिकांश लोग शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड लेवल से परेशान है, अगर यूरिक एसिड लेवल को सही समय पर कंट्रोल ना किया जाए तो गठिया, अर्थराइटिस, किडनी स्टोन, हार्ट डिजीज, हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।
शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना यानी खतरे की घंटी का बजना। शरीर में बढ़ते यूरिक एसिड को रोकना बेहद जरूरी होता है। इससे होने वाली सबसे बड़ी परेशानी है जोड़ों में दर्द होना।
हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी समस्याएं, गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस, ये सब बीमारियां यूरिक एसिड बढ़ने से आपको शरीर में घर बना लेती हैं। इसके अलावा यूरिक एसिड बढ़ने से किडनी और मोटापे से संबंधी दिक्कते भी झेलनी पड़ सकती है।
एक शोध की मानें तो यूरिक एसिड के कारण मरीज की उम्र 11 साल तक कम हो जाती है।
आयुर्वेद कहता है कि शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करने के लिए हल्दी रामबाण की तरह काम करती है, हल्दी में कई बीमारियों से लड़ने की शक्ति होती है, हल्दी में करक्यूमिन होता है जो सूजन से लड़ने में मदद करता है।
हल्दी वाला दूध यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में काफी मदद करता है। क्योंकि इससे आपके शरीर के रक्तचाप की गति नियंत्रित रहती है और पूरा पाचन तंत्र अच्छे सा काम करता है तो शरीर में हानिकारक चीजें नहीं रुक पाती हैं।
हल्दी के अलावा मुलेठी, त्रिफला, गिलोय और अश्वगंधा का सेवन करने से भी इस बीमारी से राहत पाई जा सकती है। ये सभी चीज़े यूरिक एसिड को कम करने में बेहद मददगार साबित होती है।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए लोग दवाओं के पीछे भागते हैं लेकिन भारतीय रसोई में मौजूद हल्दी से भी इसे कंट्रोल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि हल्दी के उपयोग द्वारा यूरिक एसिड को कैसे कंट्रोल किया जा सकता है।
हल्दी का हेल्थी ड्रिंक बनाकर सेवन करें
1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर को 1 गिलास पानी में डालकर उबाल लें, फिर इसको गुनगुना करके उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर ड्रिंक बना लें और प्रतिदिन सुबह खाली पेट इस ड्रिंक का सेवन यूरिक एसिड को बढ़ने नहीं देगा। इसके अलावा हल्दी वाली चाय पीने से भी काफी फायदा मिलता है।
हल्दी का इस्तेमाल भोजन में करें
अमूमन तौर पर भारतीय भोजन में हल्दी का उपयोग सामान्य है, परन्तु यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए भोजन में हल्दी के साथ चुटकीभर काली मिर्च भी मिलाएं, इसके उपयोग से कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
हल्दी वाला दूध
यूरिक एसिड कंट्रोल करने में यदि आप हल्दी के दूध का सेवन करते हैं, तो ये आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा, रात को सोने से पहले 1 गिलास दूध में 1 चम्मच हल्दी डालकर पीने से यूरिक एसिड कंट्रोल रहता है और पैरों की सूजन भी कम होती है, साथ ही इससे जोड़ों के दर्द से भी आराम मिलता है।
हल्दी का लेप लगाएं
यूरिक एसिड कंट्रोल करने के साथ-साथ जोड़ों में दर्द की समस्या से आराम पाने के लिए हल्दी का लेप प्रभावित हिस्सों पर लगाएं और रातभर के लिए छोड़ दें, रोजाना ऐसा करने से बेहद आराम मिलेगा।
हल्दी सप्लीमेंट्स का प्रयोग करें
डॉक्टर की सलाह लेकर हल्दी सप्लीमेंट्स या करक्यूमिन के कैप्सूल का उपयोग भी यूरिए एसिड कंट्रोल करने के लिए फायदेमंद साबित होगा।