कबूतरों का चुगाना यानि कि दाना खिलाना हम में से कई के लिए आस्था का विषय हो सकता है, कई के लिए यह ज्योतिष अथवा टोना-टोटके का उपाय या फिर मानवता का प्रकृति से जुडाव का माध्यम
वजह अथवा तर्क कुछ भी हो लेकिन लाखों लोग कबूतरों को नियमित रूप से दाना खिलाते हैं परन्तु इन लाखों लोगों में से शायद कुछ सैकड़ा भर लोग भी यह नहीं जानते कि कबूतरों का हमारे आसपास रहना हमारे स्वास्थ्य के लिए जानलेवा होने की हद तक खतरनाक है
कई पूजा स्थलों के पास कबूतरों को दाना खिलाने के स्थायी स्थान बने हुए हैं, कबूतरों का दाना डालना धर्म-कर्म से जोड़कर देखा जाता है, कुछ लोगों का मानना है कि इन्सान के पूर्वज पक्षियों के स्वरूप में आते हैं लेकिन सच्चाई यह है कि दाना खिलाने की आस्था पर दाना बेचने का व्यापार हावी है
एक धर्मस्थल के बाहर फूल और धर्म से जुडी सामग्री बेचने वाले एक विक्रेता बताते हैं कि उन्होंने अपने एक बेटे द्वारा धर्मस्थल के बाहर कबूतरों एवं अन्य पक्षियों के लिए दाना बेचने का काम शुरू करवाया, धीमी शुरुआत के साथ शुरू हुआ यह काम अब अच्छी कमाई का जरिया बन चुका है
कुछ लोग अपने घर की छत या बालकनी में कबूतरों को दाना खिलाने की ऐसी व्यवस्था कर लेते हैं.जोकि ऐसे लोगों के परिवार एवं आस पास रह रहे लोगों की सेहत के लिए अत्यन्त नुकसानदायक है और किसी भी इन्सान को बेहद बीमार बना सकती है
दरअसल अगर एक कबूतर को रोज पेटभर दाना खिलाया जाए तो वह एक साल में लगभग 10 से 12 किलो तक बीट करता है, कबूतर का बीट कितना खतरनाक होता है कि इसका अंदाजा हर इंसान नहीं लगा सकता, कबूतर बीट में खतरनाक परजीवी पैदा होते हैं, जो संक्रमण पैदा करते हैं
कबूतर की बीट सूख जाने के बाद पाउडर का रूप ले लेती है और सांस लेते समय यह शरीर में फेफड़े तक पहुँचकर यह सांस और फेफड़े से जुड़ी बीमारियां, जिसमें अस्थमा प्रमुख है का कारण बनती हैं इसके अलावा भी कबूतर की बीट कई और तरह के संक्रमण वाली बीमारियां भी पैदा करती हैं
इससे हमारे आसपास कबूतरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इनका बढ़ना न सिर्फ हमारे लिए बल्कि दूसरे पक्षियों के लिए खतरनाक है। अगर इन्होंने आपके घर में घोंसला बना लिया है तो फिर तो खतरा आपके लिए बढ़ जाता है
अन्य पक्षियों की तरह कबूतर भी छोटे कीड़े-मकोड़े खाकर जिंदा रहता है जानकार मानते हैं कि यदि कबूतरों दाना न भी दें, तब भी वे जिंदा रह सकते हैं। इससे उनकी बेइंतहा बढ़ रही संख्या पर लगाम कसी रहेगी मगर कुछ लोग कुछ लोग इसे भूख से जोड़कर देखते हैं और श्रद्धावश खूब अनाज खिलाते हैं
पक्षियों का भला करना ही है तो उन्हें पानी दें, आप अपने घरों से दूरी बनाते हुए खाली स्थानों पर कबूतरों के लिए पानी भरकर रख सकते हैं. यह कबूतरों की सेहत के लिए अच्छा रहेगा. साथ ही ऐसा करने से आप कई गंभीर बीमारियों को फैलने से बचा सकते हैं