चारधाम यात्रा में गैर-हिन्दुओं के प्रवेश की मनाही को मिली धामी सरकार की हामी !

उत्तराखंड में अगले माह से शुरू हो रही चारधाम यात्रा क्षेत्र में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाई जाने की संतो की माँग पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा पर जाने से पहले लोगों का सत्यापन किया जाएगा. शिकायतों के आधार पर सरकार जल्द ही चारधाम यात्रा में बाहरी लोगों का सत्यापन ड्राइव भी कराएगी

No non-Hindus allowed for Char Dham Yatra

उत्तराखंड में अगले माह से चार धाम की यात्रा शुरू होने जा रही है, इस बार इस चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने द्वारा बड़ा ऐलान किया गया है। उन्होंने कहा कि पवित्र चार धाम यात्रा में आने वाले संदिग्ध लोगों पर कड़ी नजर रखी जाएगी ! चार धाम यात्रा को लेकर किसी तरह की अव्यवस्था न हो इसलिए यात्रा पर जाने से पहले लोगों को सत्यापन कराया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इसलिए यूपी, दिल्ली तथा अन्य राज्यों  से आने वाले श्रद्धालुओं का वेरिफिकेशन कराया जाएगा। सरकार द्वारा कोशिश रहेगी कि जिनलोगों  के यहां पर ठीक प्रकार से वेरिफिकेशन नहीं है, उनका वेरिफिकेशन करवाया जाए  और ऐसा कोई व्यक्ति चार धाम के अंदर न आए जिसकी वजह से किसी भी प्रकार से स्थिति खराब हो।

धामी ने कहा, हमारा उत्तराखंड शांत रहना चाहिए, हमारे प्रदेश की धर्म संस्कृति बची रहनी चाहिए और इसके लिए सरकार अपने स्तर पर हर संभव एवं सार्थक प्रयास करेगी

हाल ही में हरिद्वार ज़िले में भगवानपुर विधानसभा क्षेत्र में हनुमान जयंती के मौके पर निकल रहे एक जुलूस पर पत्थरबाज़ी होने के बाद से माहौल तनावपूर्ण रहा . इस मामले में 11 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई,

लेकिन संत समाज ने इस पर नाराज़गी जताई. इस घटना के बाद से उत्तराखंड के सांप्रदायिक माहौल और चार धाम यात्रा में सुरक्षा संबंधी चर्चा ने काफी पुरजोर तरीके शुरू हो चुकी है

दरअसल बीते दिनों हरिद्वार में संत समाज की तरफ से चार धाम क्षेत्र में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की गई थी, साध्वी प्राची समेत कई संतों ने ऐसी मांग रखी थी कि चार धाम की यात्रा में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर पाबंदी लगाई जाए।

संतों का कहना है कि दूसरे के धर्मस्थलों पर किसी हिंदू के आने-जाने की अनुमति नहीं है लेकिन हिंदुओं के धार्मिक स्थलों पर बाकी धर्म के लोग आते-जाते रहते हैं। शंकराचार्य परिषद ने भी संतों की मांग का समर्थन करते हुए यही मांग दोहराई थी।

शंकराचार्य परिषद के प्रमुख स्वामी आनंद स्वरूप ने धामी को पत्र लिखकर भूमि कानून में सुधार की अपील के साथ ही यह भी मांग की थी कि चार धाम क्षेत्र में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित किया जाए.

धामी को पत्र लिखने से पहले आनंद स्वरूप ने पिछले साल धर्म संसद में भी इस मुद्दे को उठाया था. स्वरूप ने कहा था, ‘चार धाम इलाके में गैर हिंदुओं को घर बनाने, ज़मीन लेने और व्यवसाय करने पर प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए.

जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार अपने स्तर पर वैरिफिकेशन का काम करेगी. चार धाम में आने वाले यात्रियों ही नहीं, बल्कि उत्तराखंड में रह रहे तमाम लोगों के लिए वैरिफिकेशन ड्राइव चलाई जाएगी.

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