समाजवादी पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले आजमगढ़ में लोकसभा उपचुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की और भोजपुरी सुपरस्टार भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ इस उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को पछाड़ कर सांसद भी बन गए।
आजमगढ़ से 2019 के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव जीते थे, तब भी भाजपा ने दिनेश लाल यादव निरहुआ को आजमगढ़ से प्रत्याशी बनाया था
आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के दौरान जिले का नाम बदलने और इसको आजमगढ़ से आर्यनगढ़ किए जाने की चर्चा भरपूर सुर्ख़ियों में छाई रही।
अब जब उपचुनाव में निरहुआ ने साईकिल को पंचर कर उसके गढ़ में कमल खिला दिया तो इन चर्चाओं को और भी हवा मिल गई है और स्थानीय निवासियों में उत्सुकता बढ़ गई कि कब बदला जाएगा आजमगढ़ का नाम।
यह बात भी गौरतलब है कि पूर्व में कई जनसभाओं में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं कई बार आजमगढ़ का नाम बदलकर आर्यनगढ़ किए जाने के संकेत दे चुके हैं।
लोकसभा उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाले आजमगढ़ के नवनिर्वाचित सांसद निरहुआ से पत्रकारों ने पूछा कि आजमगढ़ का नाम आर्यनगढ़ कब हो रहा है?
इस सवाल पर नए सांसद निरहुआ ने कहा कि इसका फैसला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लेंगे, अभी तो मैं आजमगढ़ का सांसद हूं और आर्यमगढ़ को लेकर योगी जी से बात करूंगा।
आजमगढ़ में सपा की हार के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को पहले ही पता था कि वो आजमगढ़ में चुनाव हारने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने तीन साल तक इलाके में कोई काम नहीं किया लिहाजा उनका हारना निश्चित था और ये बात अखिलेश भी जानते थे।
आजमगढ़ को लेकर योजनाओं के सवाल के जवाब में सांसद निरहुआ बोले कि उनके पास सिर्फ डेढ़ साल हैं लिहाजा वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करेंगे।
वो आजमगढ़ पर विशेष तौर पर ध्यान दें ताकि रुकी हुई योजनाओं को जल्द से जल्द शुरू किया जा सके और आजमगढ़ का चहुमुखी विकास हो सके।