अरविंद केजरीवाल दूसरे राज्यों में कर रहे दिल्ली की सस्ती बिजली का झूठा प्रचार: शैलेन्द्र सिंह मोंटी

चुनाव की सरगर्मियां के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अन्य प्रदेशों में दिल्ली में सबसे सस्ती बिजली होने का दावा कर रहे हैं लेकिन हकीकत बिल्कुल इससे अलग दिखती है।

Delhi high electricity bill

अरविंद केजरीवाल अन्य प्रदेशों के चुनावों में बिजली की सस्ती दरों, मुफ्त पानी और शिक्षा तंत्र में हुए सुधारों का दावा कर जनता को आकर्षित करने के प्रयास में रहते हैं  लेकिन वास्तविकता में दिल्ली की हकीकत कुछ और ही है।

अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को प्रभावित करने के लिए लोक लुभावने वादों की एक लंबी झड़ी लगाई और वह अपने मकसद में सफल भी हुए।

सरकार बनी वादे दावों में परिवर्तित हुए लेकिन इन दावों का यथार्थ क्या है उससे लोग अनभिज्ञ हैं।

दावों को इतनी मजबूती और सफाई के साथ पेश किया जाता है कि वह हकीकत से दिखते हैं।

इन दावों को सच साबित करने के लिए बड़े-बड़े विज्ञापन जनता को दिखाए जाते हैं। सिर्फ दिल्ली में ही नहीं बल्कि अन्य प्रदेशों में भी इन विज्ञापनों को बढ़ चढ़कर जनता के सामने प्रस्तुत किया जा रहा है।

बहुत दुख का विषय है कि इन विज्ञापनों पर आने वाला खर्च को दिल्ली की जनता अपने जेबों से देने पर विवश है।

दिल्ली सरकार दूसरे राज्यों में चुनाव के दौरान कहती है दिल्ली में सबसे सस्ती बिजली है।

यह रहा दिल्ली के घर का बिल उसको जो रेट लग रहा है वह देखिए, 9 रुपए/ यूनिट।

https://www.facebook.com/shailendersinghmonti/posts/526895778797940

इससे भी बड़ी तकलीफ़ यह है कि हम सिर्फ़ अपने घर का मंहगा बिल ही नहीं दे रहे बल्कि इनके राजनीतिक वोट बैंक को दी जाने वाली फ़्री बिजली और पूरे भारत में केजरीवाल जी के द्वारा दिखाए जाने वाले झूठे विज्ञापनों का खर्च भी उठाने को विवश हैं।

भले ही केजरीवाल अपने झूठ को स्थापित करने और झूठे दावों का प्रचार प्रसार करने में अभी तक सफल रहे हों, लेकिन झूठ की उम्र भोत छोटी होती है इसका उन्हें आभास करने के लिए जनता कि जागरूकता ही काफी है।

यह भी पढ़ें: पंजाब में “बिजली फ्री” तो नहीं, लेकिन “बिजली फुर्र” जरुर हो रही है!

जनता को केजरीवाल के विज्ञापन जाल से बहार आना होगा और अपने साथ हो रहे छलावे को समझना होगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here