भाजपा नेता मोहित कंबोज ने मंगलवार को मांग की है कि मुंबई शहर की मस्जिदों में लगे अवैध लाउडस्पीकरों से जनता को असुविधा होती है इसलिए इन्हें हटाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई विशेष रूप से बांद्रा, वर्सोवा और मोहम्मद अली रोड की मस्जिदों पर की जानी चाहिए।
मोहित काम्बोज ने कहा कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने भी इस संबंध में फैसला सुनाया था। लाउडस्पीकर से हृदय रोगियों व अन्य मरीजों को काफी परेशानी होती है।
उन्होंने ट्विटर पर कहा, “मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे से सभी मस्जिदों से अवैध लाउडस्पीकर हटाने का अनुरोध। अज़ान होनी चाहिए लेकिन लाउडस्पीकर पर नहीं। कई उच्च न्यायालयों ने इसपर रोक के आदेश दिए हैं! सीपी संजय पांडे ने ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ पहल शुरू की है”।
उन्होंने अपनी मांग को रखते हुए एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें मुंबई पुलिस आयुक्त से ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ एक नया अभियान शुरू करने का आग्रह किया।
मोहित ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मांग की थी कि मुंबई की मस्जिदों पर लगे लाऊड स्पीकर्स को हटाया जाए. कम्बोज ने अब यह मांग फिर से दोहराई है।
कंबोज ने कहा, “हम किसी भी समाज या धर्म के खिलाफ नहीं हैं किन्तु यह छात्रों को प्रभावित करता है, और इसे हटाया जाना चाहिए। पुलिस आयुक्त को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। मुंबई को शोर मुक्त बनाया जाना चाहिए। हम किसी भी समाज या धर्म के खिलाफ नहीं हैं।”
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इस बीच मोहित काम्बोज ने राज्य मंत्री नवाब मलिक पर भी निशाना साधा। ईडी ने मुंबई के रजिस्ट्रार से नवाब मलिक और उनके परिवार के सदस्यों की बेनामी और भ्रष्टाचार से अर्जित की गयी संपत्ति कि जानकारी मांगी है।
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में 23 फरवरी को नवाब मलिक को गिरफ्तार किया था। नवाब मलिक इस समय आर्थर रोड जेल में न्यायिक हिरासत में है।
मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किए गए नवाब मलिक की जेल हिरासत 4 अप्रैल तक बढ़ा दी गई थी।