यूक्रेन में रूस के हमले के बाद पैदा हुए मानवीय संकट को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बुधवार को एक रूसी प्रस्ताव लाया गया, इसमें यूक्रेन में बढ़ती मानवीय जरूरतों को स्वीकार किया गया था परन्तु यह मसौदा रूसी आक्रमण का उल्लेख किए बिना बना था।
प्रस्ताव में रूस और यूक्रेन के बीच राजनीतिक वार्ता, बातचीत, मध्यस्थता और अन्य शांतिपूर्ण तरीकों से तत्काल शांतिपूर्ण समाधान का आग्रह किया गया था, इस दौरान भारत ने इस प्रस्ताव पर मतदान पर यूएनएससी में भाग नहीं लिया।
भारत ने पहले भी सुरक्षा परिषद में दो मौकों पर और एक बार यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के प्रस्तावों पर महासभा में भाग नहीं लिया था। चीन ने इस प्रस्ताव पर रूस के पक्ष में मतदान किया, जबकि भारत समेत 13 अन्य देशों में मतदान में भाग नहीं लिया।
भारत सहित अन्य सदस्य देशों द्वारा मतदान में भाग नहीं लेने के कारण यह प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया गया