मस्क-ट्विटर डील के बाद से ही एक के बाद एक नए गतिरोध सामने आते रहे हैं, जिनकी वजह से व्यापार जगत के दिग्गजों के द्वारा कई बार इस डील को खतरे में कहा जाता रहा है और सोशल मीडिया युजर्स के बीच भी यह डील खासा चर्चा का मुद्दा बनी हुई है।
सबसे बड़ा गतिरोध मस्क द्वारा ट्विटर के फर्जी व नकली खातों की संख्या को लेकर उठाए गए सवाल के बाद बना और यह गतिरोध लंबे समय से कायम है।
दूसरी तरफ ट्विटर कर्मचारियों में भी मस्क को लेकर कई तरह के संदेह हैं, कई कर्मचारियों ने डील का विरोध भी किया था।
ट्विटर के कर्मचारियों ने मस्क द्वारा अधिग्रहण के बारे में चिंता व्यक्त की है, कि वे मस्क अनिश्चित व्यवहार से वे डरते हैं, उन्हें लगता है कि मस्क कंपनी को अस्थिर कर सकते हैं।
ऐसे में इस वर्चुअल मीटिंग का आयोजन के माध्यम से मस्क संभवत: इन संदेहों को दूर कर डील को लेकर कई बातों का खुलासा कर सकते हैं।
मस्क शुरुआत से ही ट्विटर में पारदर्शिता की पुरजोर वकालत करते आए हैं, और ट्विटर को फर्जी खातों से मुक्त करने की बात करते रहे हैं।