भारत एक प्रगतिशील देश
है जो इनदिनों तरक्की की सीढियाँ चढ़ रहा है। कहते हैं कि एक देश के विकास में इसमें काम करने वाले प्रत्येक कर्मचारियों का बहुत बड़ा योगदान होता है इसमें भी सरकारी कर्मचारियों का नाम सबसे पहले आता है क्योकि इन्हे जनता का नौकर भी कहा जाता है। सरकारी कर्मचारी एक आम आदमी के लिए खुद सरकार से कम नहीं जनता इन्हे बहुत ज्यादा इज्जत देती है। देश की जनता ऐसा इसलिए करती है क्योकि एक सरकारी कर्मचारी ही है जो उनसे निजी तौर पर मिल सकता है और उनकी समस्या का समाधान बता सकता है। सरकारी कर्मचारियों में भी भारत में सबसे ज्यादा इज्जत अगर किसी की होती है तो वह होता है एक आईएएस अफसर। ऐसे में आजकल ऐसे अधिकारी बहुत ही कम देखने को मिलते हैं जो निःस्वार्थ भाव से जनता की सेवा करते हैं और अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी के साथ निभाते हैं।
एक आईएएस अफसर जनता के काफी करीब होता है। वह उनकी समस्या को सुनता है और उसका निवारण करता है। लेकिन आईएएस अधिकारियो के ट्रांसफर की प्रक्रिया भी काफी प्रचिलित है। ऐसे में किसी जिले के अधिकारी का ट्रांसफर होने पर जनता भी मायूस हो जाती है कि आने वाला नया अधिकारी पता नहीं उनकी बात सुनेगा या नहीं। आज हम आपको कुछ ऐसा ही वाक्या बताने वाले हैं। हम बात करेंगे केरल राज्य के पथानामिटटी नाम के जिले के आईएएस अधिकारी की। जिनसे वह की जनता बहुत प्रेम करती है।
लोगो के काफी करीब, बनायीं दिलो में जगह
हम जिस आईएएस अधिकारी के बारे में बात कर रहे हैं उनका नाम पीबी नूह है। इन्होने साल 2015 के आईएएस बैच में टॉप किया था। पीबी नूह वहां के लोगो के लिए किसी मसीहा से कम नहीं। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योकि हाल ही में कोरोना काल के बीच में नूह ने लोगो की काफी मदद की थी। कोरोना के अलावा वहां के लोगो को साल 2020 में भयंकर बाढ़ का भी सामना करना पड़ा था इस दौरान भी अधिकारी नूह वहां के लोगो के साथ खड़े थे, यही नहीं उन्होंने खुद बाढ़ के पानी में उतर कर लोगो की जान-माल बचाने में मदद की थी। पीबी नूह एक बहुत ही ईमानदार और अपने कर्तव्य पर अमल करने से पीछे नहीं हटने वाले व्यक्ति हैं।
शायद इसी वजह से
इनके काम से जिले के लोग काफी प्रभावित हैं और इनको अपने जिले से दूर नहीं जाने देना चाहते हैं। लोगों का मानना है कि पीबी नूर के आईएएस बनकर आने के बाद से पथानामिटटी जिले ने तरक्की के नई उचाईयों को छुआ है। 2020 में आये बाढ़ में आस-पास के कई जिले बहुत ज्यादा प्रभावित हुवे। लेकिन पीबी नूह के बाढ़ को लेकर किये गए प्रबंधन और पुरे जी जान से इसका सामना करने की वजह से उनके जिले में बाढ़ से एक भी मौत नहीं हुई
इसी वजह से जिले में पीबी नूह के चाहने वालो की कमी नहीं है और अब लोग उनको अपने परिवार का ही एक हिस्सा समझते हैं। खबरों के अनुसार अभी हाल ही में सरकार ने पीबी नूह का ट्रांसफर किसी और जिले में करने का फैसला किया है। यह खबर सुनकर पथानामिटटी जिले के लोगों ने सरकार से यह गुजारिश की है कि पीबी नूह का ट्रांसफर ना किया जाए। क्योकि वहां के लोगो का मानना है कि उस जिले के लिए पीबी नूह से बेहतरीन अधिकारी और कोई भी नहीं हो सकता।