भारत में आज यानी कि 18 अक्टूबर को 25 साल बाद इंटरपोल की बैठक का आयोजन किया गया था। दिल्ली के प्रगति मैदान में आज कोई मीटिंग हुआ जिसमें 195 देशों के प्रतिनिधि भाग लिए थे तथा देशों के पुलिस प्रमुख राष्ट्रीय ब्यूरो के प्रमुख और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल थे।
इस मीटिंग में भाग लेने के लिए पाकिस्तान की तरफ से भी प्रतिनिधियों का एक समूह दिल्ली पहुंचा था। इंटरपोल की बैठक को आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया । दिल्ली में यह 9वी वार्षिक इंटरपोल आम सभा का आयोजन था । इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह , विदेश मंत्री एस जयशंकर और इंटरपोल के अध्यक्ष अहमद राष्ट्र ऋषि और उनके महासचिव भी मौजूद थे ।
प्रधानमंत्री मोदी ने इंटरपोल महासभा की बैठक को संबोधित करते हुए अपना दृष्टिकोण रखते हुए कहा ,“आज आजादी के 75 वर्ष बना रहे हैं आइए हमारे लोगों संस्कृति और उपलब्धि का उत्सव है। यह समय हमें पिछे देखने का है कि हम कहां से आए और आगे देखने का है कि हम कहां तक जाएंगे। यह इंटरपोल एक ऐतिहासिक मील के पत्थर के करीब पहुंच रहा है 2023 में अपने 100 साल पूरे करेगा । यह दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए सार्वभौमिक सहयोग का आहार भारत संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में शीर्ष योगदान में से एक है।
” पुलिस कर्मियों को उत्साह देते हुए प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा कि , “पुलिसकर्मी ना केवल लोगों की रक्षा कर रहे हैं बल्कि समाज कल्याण का कार्य भी कर रही हैं। भारत संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में बहादुर लोगों को भेजने में शीर्ष योगदान करता हूं में से एक है। अपने आजादी से पहले भी हमने दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए अपना बलिदान दिया । भारतीय पुलिस बल अधिक राष्ट्रीय और 10,000 राज्य के कानूनो का लागू करता है। ”
इसके बाद जब इस सभा में बातचीत और सवाल जवाब करते हुए भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादी तथा अंडरवर्ल्ड डॉन इब्राहिम का जिक्र हुआ तब इस बार पाकिस्तान के प्रतिनिधि मंडल ने कुछ नहीं कहां बल्कि पाकिस्तान की प्रतिनिधि मंडल बिल्कुल चुप होकर उनके मंत्री सभा से बाहर चले गए।