मित्रों आप लोग इस बात से
अवगत होगे कि हमारे सामने आये दिन सोशल मिडिया के जरिये आजिबो गरीब खबरे सुनने को मिलती है ऐसे में हम बात करने वाले है समय बहुत बलवान होता है और जब वह करवट लेता है तो इंसान अपनी जिंदगी में हर वह काम करता है जो वह करना नहीं चाहता, हर इंसान का दिन ऐसा समय आता है जब वह सोचने समझने की शक्ति पर विराम लगा देता है
और जो हो रहा है उसे होने देता है आज हम आपको बॉलीवुड की एक ऐसे ही एक्टर की कहानी बताने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी लाइफ में बहुत स्ट्रगल किया और उनके जीवन में ऐसा समय भी आया जब उन्होंने ठेले पर आमलेट बेचे और कप धोये बॉलीवुड के चर्चित और जाने- माने और अभिनेता संजय मिश्रा अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए जाने जाते हैं इनके बारे में आगे जानने के लिए पोस्ट के अंत तक बने रहिये
संजय मिश्रा अपना फ़िल्मी करियर
छोड़कर ऋषिकेश जाकर इतने रुपये में ढाबे करते है काम ? दरअसल संजय मिश्रा ने एक इंटरव्यू में बताया कि वह एक अलग समय था जब मुझे इंडस्ट्री से कोई शिकायत नहीं थी मुझे अपनी जिंदगी से शिकायत थी “मेरे पेट में बहुत दर्द उठा और मुझे अस्पताल में भर्ती किया गया मेरे पेट से 15 लीटर पस निकाला गया शूट्स के दौरान कुछ भी खा लेते थे तो उसका पेट पर बुरा असर पड़ा मेरे पिता जी भी चिंता में पड़ गए
कि मैं शूट नहीं कर पा रहा था, फ़िल्ममेकिंग में बहुत पैसे लगते हैं वो मुझे ठीक होने में मदद कर रहे थे लंबी सैर पर ले जाते थे संजय मिश्रा के ठीक होने के 15 दिन बाद ही उनके पिता शंभुनाथ मिश्रा का देहांत हो गया जिसके चलते मैं टूट सा गया था मैं मुंबई नहीं जा सकता था और वह समय था जब मैंने ऋषिकेश जाने का फैसला लिया ऋषिकेश आने के बाद गंगा के किनारे एक आमलेट के ढाबे पर में लग गया
मिली जानकारी के मुताबिक
वहां के मालिक ने कहा रोज 50 कप धोने होंगे जिसका तुम्हें 150 रूपये मिलेगा और मैं काम करने लगा तभी कस्टमर्स मुझे देखते और पूछते गोलमाल में आप थे न वो फिर फ़ोटो खिंचवाना चाहते आख़िर में सरदार ने पूछा मैं कौन हूं किसी ने उसे बता दिया था कि मैं एक्टर हूं”, संजय मिश्रा भी एनएसडी के रोडक्ट हैं इरफ़ान ख़ान अपने आख़िरी साल में थे जब उनकी एक्टिंग देखकर संजय मिश्रा बेहद प्रभावित हुए उस समय मुझे एहसास हुआ कि मुझे जीने के लिए इससे ज्यादा पैसे चाहिए,
उस समय संजय मिश्रा के जीवन में काफी उथल-पुथल चल रही थी जहां एक तरफ मा उन्हें घर बुलाती थी, वही ढाबे पे काम करते हुए कई लोगों ने उन्हें पहचान लिया कि मैं फिल्मों में काम करता हूं इसके बाद लोग उनके ऑटोग्राफ फोटो लेने लगे,
इन सब परेशानियों के बीच एक दिन मेरे पास रोहित शेट्टी का कॉल आया और उन्होंने और ऑल द बेस्ट मेन रोल ऑफर किया, रोहित शेट्टी का ऑफर कोई छोटा ऑफर नहीं था संजय मिश्रा ने तुरंत मुंबई जाने का फैसला किया और इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा, और एक के बाद एक कई फिल्मों में काम किया और आज वह ने बॉलीवुड में अपने लिए खास जगह बना ली है