2022 की शुरुआत में, 26 वर्षीय रूपा यादव ने एमबीबीएस की अंतिम परीक्षा में अच्छे अंक हासिल किए।
जो बात उसकी कहानी को खास बनाती है, वह यह है कि वह एक बाल वधू थी, जिसकी शादी आठ साल की छोटी उम्र में हो गई थी।
जब वह अपनी प्री-फाइनल परीक्षा में शामिल हो रही थी, तो किसी को नहीं पता था कि इस युवा लड़की ने अभी-अभी जन्म दिया है और अपने नवजात शिशु का पालन-पोषण भी कर रही है!
रूपा, जो राजस्थान के एक छोटे से गाँव करीरी की रहने वाली है, की शादी तब हुई थी जब वह सिर्फ आठ साल की थी। उसके मामा ने उसके ससुर से वादा किया था कि रूपा और उसकी बड़ी बहन रुकमा की शादी उनके दोनों बेटों से कर दी जाएगी।
रूपा गौना तक अपने मायके में रह सकती थी – एक समारोह जब बाल वधू को उसके पति के घर भेज दिया जाता है।
रूपा बचपन से ही मेधावी छात्रा रही हैं। उसके पिता मालीराम यादव अपनी बेटी की उच्च शिक्षा का समर्थन करना चाहते थे लेकिन रूपा के ससुर को बड़े भाई के वादे के कारण मजबूर थे।
अपने पिता के लगातार समर्थन और अपनी कड़ी मेहनत के साथ, रूपा ने अपनी कक्षा 10 की परीक्षा में 86 प्रतिशत अंक हासिल किए, जिससे उसके माता-पिता और समुदाय को गर्व हुआ।