इस महिला ने 8 साल बाद एक साथ दिया 4 बच्चो को जन्म, वर्षो से तरस रही थी औलाद का सुख…!

दोस्तों आपने कभी न कभी

किसी को ये कहते हुआ जरुर सुना होगा कि भगवान के घर में देर है अंधेर नही . यदि हम कुछ पाना चाहते है और वो हमे नही मिलती तो निराश होने की जरूरत नही क्योंकि वो चीज़ हमे सही समय आने पर अपने आप ही मिल जाती है.

क्योंकि हो सकता हो आज हम जो पाना चाह रहे हो भगवान हमे उससे अच्छा और दोगुना देना चाहते हो .आज हम आपको एक ऐसे मामले के बारे में बताने वाले है जिसे जान कर आपके मुंह से अपने आप ये बात शब्द निकल जायेंगे कि सचमुच भगवान के घर में देर है अंधेर नही.

ये मामला उत्तरप्रदेश के जनपद

सीतापुर के एक गाँव का है जहा एक माँ ने एक साथ 4 बच्चो को जन्म दिया है कुदरत का करिश्मा ये है की चरों बच्चे और उन बच्चों की माँ सही सलामत है आप तो जानते है कि कुदरत अक्सर ही खुद को विज्ञान से उपर साबित करने में कामयाब हो जाती है|

कभी कभी किसी बीमार को जब डॉक्टर्स कह देते है की यह अब नहीं ठीक हो सकता तब कुदरत उसे बचाने कामयाब हो जाती है| वहीँ दूसरी तरफ कभी कभी ऐसे भी कुछ कारनामे हमे दिख जाते हैं जिनकी विज्ञान कल्पना भी कभी नहीं करता|

आज हम आपके लिए एक ऐसी ही घटना लेकर आये हैं जिसमे फिर एक बार कुदरत का बड़ा करिश्मा देखने को मिला है| घटना सितापुर, उत्तर प्रदेश की है जहाँ पर एक महिला गर्भवती थी| अक्सर ही हम सुनते हैं के जुड़वा बच्चों नें जन्म लिया है|

पर अगर हम आपसे कहें के दो दो जुड़वाँ बच्चे यानी 4 बच्चों ने एक माँ से एक वक्त पर ही जन्म लिया है तो आपको शायद ही कानों पर यकीन होगा| बता दें के इस महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया जिनमे 1 बेटा है और 3 बेटियाँ हैं| इतना ही नहीं बल्कि चारों बच्चे पूरी तरह से स्वास्थ्य भी है|

रेउसा थाना, सीतापुर के रहने वाले

मुन्नू लाल भार्गव के घर का यह मामला है| जिनकी पत्नी मौसम देवी ने बच्चों जन्म दिया है| परिजनों की माने तो बीती रात इन्हें तेज दर्द शुरू हुआ जिसपर उन्हें घरवालों नें अस्पताल ले जाने की सोची| पर अचानक दर्द बहुत अधिक बढ़ गया जिससे घर पर ही इनकी डिलीवरी करनी पड़ी| लेकिन चार चार स्वास्थ्य बच्चो को जन्म लेता देख हमारी आपकी तरह इनके परिजनों के भी होश उड़ गए।

बाचों के साथ माँ मौसम और पिता मुन्नू काफी खुश है| पिता के अनुसार चारों बच्चे पूरी तरह से स्वास्थ्य है और सभी इस वक्त अच्छी देख रेख में हैं| माँ की भी तबियत अब बिल्कूल नार्मल हो गयी है| जन्म के बाद कुछ घंटों के अंतराल पर डॉक्टर को बुलाया गया था जिसने अब इन बच्चों और माँ को पूरी तरह खतरे से बाहर बता दिया है| पिता मुन्नू का कहना है के तीन लक्ष्मियों के साथ 4 बच्चों के पिता बनकर उनके भाग्य खुल गए हैं| उनके ऊपर साक्षात् इश्वर का आशीर्वाद है|

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