देश के नामचीन चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्वारा देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के कायाकल्प का मिशन बीच में छूटने के बाद से ही देश भर के राजनितिक दिग्गज कयास लगा रहे हैं कि प्रशांत किशोर का नया कदम क्या होगा? प्रशांत किशोर किसी दल के साथ नई राजनीतिक शुरुआत करेंगे या फिर वो अपनी कोई पार्टी बनाने जा रहे हैं?
बीते कुछ दिनों से प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा जोरों पर थी, उनके द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन के लिए एवं कांग्रेस के कायाकल्प का एक प्रेजेंटेशन भी पार्टी आलाकमान को प्रस्तुत किया गया था
पिछले महीने कई बार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रशांत किशोर मीटिंग हुई. इसके पहले प्रशांत किशोर और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच लंबे दौर की बातचीत चल रही थी। उन्होंने कांग्रेस को फिर से जनमत दिलवाने का का प्लान भी बताया था और राजनीतिक गलियारों में यह तय माना जा रहा था कि प्रशांत किशोर जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.
लेकिन बाद में यह बात सामने आई कि कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाने की वजह से प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में शामिल होने से इनकार कर दिया. कांग्रेस और प्रशांत किशोर के बीच अंतिम समय में बात नहीं बनने के मुख्य कारण रहे …..
प्रशांत किशोर को उम्मीद के अनुसार कांग्रेस द्वारा फ्री हैंड नहीं मिलना और प्रशांत किशोर द्वारा बनाई गई आई पैक की तेलंगाना में केसीआर के साथ पार्टनरशिप और कांग्रेस की भविष्य की राजनीती में भी केवल कांग्रेस के युवराज राहुल गाँधी को ही केंद्र में रखना
चर्चा यह भी है कि कांग्रेस जहां प्रशांत किशोर के जरिए केवल उनके नए रिवाइवल प्लान को सफल बनाकर अपनी राजनीती चमकाना चाहती थी लेकिन वहीं प्रशांत किशोर कांग्रेस में अपनी नई राजनीतिक पारी शुरू करना चाहते थे।
आखिरकार कांग्रेस- प्रशांत किशोर की बात बनकर बिगड़ गई और अंतिम दौर में उन्होंने कांग्रेस से किनारा कर लिया। कांग्रेस से बात बिगड़ने के बाद से प्रशांत किशोर लगातार सुर्खियों में रहे और इसी के बाद से प्रशांत किशोर के नए कदम को लेकर अटकले लगाई जा रही थीं।
प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट के माध्यम से एक नए अभियान’जन सुराज’ का एलान किया है उन्होंने लिखा, ‘लोकतंत्र का एक सार्थक भागीदार बनने और जन-समर्थक नीतियों को आकार देने में मदद करने की मेरी खोज ने बीते 10 सालों में उतार-चढ़ाव देखे हैं। अब मैं नया पन्ना पलटने जा रहा हूं। अब मुद्दों और जन सुराज के मार्ग को बेहतर ढंग से समझने के लिए ‘रियल मास्टर्स’ यानी जनता के पास जाने का समय आ गया है, शुरुआत बिहार से होगी।’
बिहार से इस अभियान की शुरुआत के लिए प्रशांत किशोर पटना पहुंच चुके हैं, सूत्रों के अनुसार पटना के पॉश इलाके में उनका ऑफिस तैयार हो गया है। यह तो तय है कि प्रशांत किशोर दोबारा अपना सियासी करियर बिहार से ही शुरू करेंगे,यह भी माना जा रहा है कि वह एक राजनीतिक पार्टी का गठन करेंगे और जनता के बीच जाएंगे।