नागौर की सलोनी
ने मिस इंडिया का खिताब अपने नाम कर कर सलोनी ने देश का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है. 50 से भी अधिक सुंदरियों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था.लेकिन उन सभी को करारी टक्कर देने के बाद सलोनी ने मिस इंडिया का खिताब अपने नाम किया.
नागौर जिले के
मेंडता की रहने वाली सलोनी (Saloni) ने इंडियन बॉलीवुड क्राउन कॉम्पिटिशन मेंं ‘मिस इंडिया’ (Miss India) का खिताब जीतकर अपना ही नहीं पुरे राजस्थान का देशभर में नाम रोशन किया. जयपुर मेंं आयोजित हुई इस फैशन प्रतियोगिता मेंं देशभर से 50 से अधिक सुंदरियों ने भाग लिया, जिनको पछाड़ते हुए नागौर की सलोनी ने ‘मिस इंडिया’ का खिताब हासिल अपने नाम किया. इससे पहले सलोनी ने यूट्यूब डांस कोंटेस्ट डांस प्रतियोगिता में भाग लिया था जिसमें भी सलोनी विनर रही.
संसार में लोग कभी भी किसी का मन छोटा करने वाली बातें बोल देते हैं.कभी किसी का मजाक बना देते हैं और उसको कुछ भी नहीं समझते अब आपसे हम ऐसे ही एक कहानी पर चर्चा करेंगे.आपको बतादे कहानी नागौर जिले के मेंडता की रहने वाली सलोनी की है. सलोनी किसान परिवार से है, पिता रामस्वरूप खेती का काम करते हैं और मां आशा देवी गृहणी है. सलोनी को बचपन से ही फैशन शो में जाने का शौक था.लेकिन उनकी हाईट 5 फीट 3 इंच है. हाइट कम होने की वजह से सभी मजाक उड़ाते थे लेकिन सलोनी ने किसी की नही सुनी और अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया.
जयपुर में आयोजित
हुई फैशन शो इंडियन क्राउन कॉम्पिटिशन प्रतियोगिता में देश भर से 50 से अधिक प्रतिभाशाली खुबसूरत मॉडलिंग करने वाली गर्ल्स ने भाग लिया. इन सभी को पछाड़कर सलोनी ने मिस इंडिया का खिताब अपने नाम कर लिया. सलोनी नेशनल राउंड, ट्रेडिशनल राउंड, इंट्रोडक्शन राउंड और सवाल-जवाब राउंड मेंं शानदार प्रदर्शन कर विजेता बनीं. उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता के अंतिम राउंड इंट्रोडक्शन और सवाल जवाब में देश भर से आई प्रतिभागियों ने अंग्रेजी में जवाब दिए लेकिन उसने अपनी मातृ भाषा हिंदी में ही सवाल का जवाब दिया.
सलोनी ने जी मिडिया
से इंटरव्यू देते हुए बताया कि हमेंं हमारी मातृ भाषा को कभी नहीं भूलना चाहिए. सलोनी ने बताया कि हमेंं हार्डवर्क और किस्मत दोनों पर विश्वास करना चाहिए. लेकिन 80% हार्डवर्क और 20% किस्मत. सलोनी ने बताया कि अगर आप हार्डवर्क नहीं करोगे तो लक आपका साथ नहीं देगा. इसलिए आपको हार्डवर्क जरूर करना है. साथ ही सलोनी ने बताया कि जीवन में सफल होने के लिए सबसे पहले परिवार का स्पोर्ट होना जरूरी है. परिवार के स्पोर्ट के बिना हम जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ सकते हैं.
सलोनी ने एलके सिंघानिया
स्कूल गोटन से अपनी शुरु की पढ़ाई की है. अजमेंर से ग्रेजुएशन करने के बाद इन दिनों वह जयपुर मेंं मास्टर्स (सोशल सर्विस) की पढ़ाई कर रही हैं. 21 साल की सलोनी ने मॉडलिंग कॉम्पिटिशन मेंं हिस्सा लेने और जीत हासिल करने के बाद भी पढ़ाई से दूरी नहीं बनाई. सलोनी ने एलके सिंघानिया स्कूल के प्रिंसिपल आरसी जोशी ने बताया कि सलोनी को बचपन से ही फैशन का शौक था, वह पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में रुचि लेती थी. वह आज जिस मुकाम पर पहुंची, उसमेंं फैशन शामिल था.
वहीं सलोनी के पिता रामस्वरूप और माता आशा देवी ने बताया कि सलोनी को बचपन से ही फैशन का शौक था और उसकी रुचि थी. उसी के भविष्य को देखते हुए हमने उसका सपोर्ट किया. आज वो इस मुकाम पर पहुंची है तो हमेंं बहुत खुशी है. सलोनी की इस उपलब्धि को देखकर और भी लड़कियों को प्रेरणा मिलेगी कि वह जीवन में वह अपना एक लक्ष्य बना ले और उसी पर फोकस करे.