मां अपनी संतानों के लिए
सबकुछ न्यौछावर करने के लिए तैयार रहती है. संतान के पालन पोषण से लेकर पढ़ाई लिखाई और अपने पैरों पर खड़े होने तक मां की ममता निराली होती है. संतान अगर अचानक दुनिया से चला जाए तो भी मां उसका नाम बनाए रखने के लिए अपना सबकुछ समर्पण करने के लिए तैयार रहती है. ऐसी ही एक कहानी बिहार के पटना जिले से आई है. जहां एक मां ने अपने बेटे की याद में स्कूल खोलने के लिए करीब 100 डिसमील जमीन दान में दे दी है. उनके बेटे का नाम गौरव आदित्य था जो अब इस दुनिया में नहीं रहा. अपने बेटे के नाम पर ही मां एक स्कूल खोलना चाहती है. मां प्रतिभा द्विवेदी ने इसके लिए सरकार को जमीन दान में दे दी है. इसे लेकर प्रक्रियाएं लगभग पूरी हो चुकी है.
बेटे की याद में स्कूल के लिए दान की 100 डिसमील जमीन
स्कूल खोलने के लिए ये जमीन पटना जिले के बेलदारी चक स्थित मौजा कंसारी, सर्वे थाना मसौढ़ी और वर्तमान थाना गौरीचक में दी गई है. बताया जा रहा है जिस इलाके में जमीन दी गई है उस इलाके में हाई स्कूल नहीं है. ऐसे में अगर स्कूल खोला जाता है तो उस इलाके के छात्र छात्राओं को काफी फायदा पहुंचेगा. प्रतिभा द्विवेदी बताती हैं कि 1987 में जब उनका बेटा गर्भ में था तो उनके पति का देहांत हो गया था.
बेटे की मौत के बाद प्रतिभा द्विवेदी की दुनिया उजड़ गई
प्रतिभा द्विवेदी की कहानी काफी पीड़ादायक है. वो बताती हैं कि उनका बेटा पढ़ने में काफी तेज था. कोच्चि यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन की पढ़ाई के बाद उसकी नौकरी भी लग गई. साल 2017 में बेटे की शादी कर दी गई थी. लेकिन शादी के महज दो महीने बाद ही बेटे की मौत हो गई जिसके बाद वो बिल्कुल टूट गई. एकदम से पूरी दुनिया उजड़ गई थी. बेटे की मौत के बाद बहू की भी चिंता सताने लगी. बाद में उन्होंने साल 2019 में बहू की किसी और लड़के से शादी करवा दी क्योंकि अकेले जीवन काटना काफी मुश्किल था.