कुशीनगर में हिंदुस्तानी
दूल्हा और रशियन दुल्हन के सात फेरों के साक्षी इजराइल के बाराती बने हैं. कुशीनगर में एक ऐसी ही अनोखी शादी इन दिनों खासी सुर्खियों में है. रशिया की जारा और कुशीनगर के रहने वाले डॉ. दीपक सिंह से ब्याह रचाने जब ये दुल्हन पहुंची तो हर कोई हैरान रह गया क्योंकि जिले में ये अपने तरह का पहला मामला था. दरअसल, कुशीनगर के मंगलपुर गांव के रहने वाले दीपक मेडिकल की पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रिया पहुंचे थे जहां जारा जो अब डॉ. जया सिंह बन चुकी हैं उनसे नजदीकियां बढ़ी और फिर इन दोनों में मोहब्बत हो गई.
हिंदुस्तानी शादी के मुरीद हुए इजरायली दोस्त
इनकी मोहब्बत के आगे सरहदों की दीवारें छोटी पड़ गई. ऑस्ट्रिया के एलेनिया स्टेट की रहने वाली जारा ने जब सब कुछ छोड़ दीपक के साथ जाना तय किया तो फिर दीपक ने भी आगे बढ़कर जारा का हाथ थाम लिया. दिलचस्प बात ये रही कि दूल्हा दुल्हन तो हिन्दुस्तानी और रशियन रहे. मगर दुल्हन का साथ देने इजरायल के रहने वाले उनके दोस्त डेनियल अल्फांसो भी पहुंच गए. इजरायली दोस्त डेनियल हिन्दुस्तानी वेडिंग के मुरीद हो गए.
दूल्हा ने क्या कहा?
दूल्हा बने डॉ. दीपक सिंह ने बताया कि हम दोनों एक ही यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते थे. ये मेरी सीनियर थी मैं जूनियर था. फर्स्ट ईयर में, वहां पर जल्दी पढ़ाई स्टार्ट हो जाती है इसलिए वो लोग जल्दी पढ़ाई खत्म कर देते हैं. हम लोग यहां पर इग्जाम देते हुए थोड़ा टाइम लग जाता है इसलिए हम जूनियर सीनियर हैं. आज हम बहुत एक्साइटेड है तीन साल से वेट कर रहे थे क्योंकि कोरोना आ गया था. हम लोग यही प्लान कर रहे थे कि कब सब कुछ सामान्य होगा तब हम अपने गेस्टों को वहां से यहां ला पाएंगे. हमने वहां पर भी शादी की है लेकिन अपनी संस्कृति तो अपनी ही होती है. फैमिली को भी खुश करना प्रायॉरिटी भी होती है.