पैरोल पर जेल से बाहर
आए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम ने अपनी मुंह बोली बेटी हनीप्रीत का नाम बदल कर ‘रूहानी दीदी’ कर दिया है. अपनी दो शिष्याओं से बलात्कार के आरोप में 20 साल कैद की सजा काट रहे डेरा प्रमुख हाल में सुनारिया जेल से 40 दिन की पैरोल पर बाहर आए. हरियाणा में पंचायत और आदमपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव से पहले राम रहीम को मिली पैरोल पर सवालिया निशान भी उठ रहे हैं.
पैरोल पर बाहर आए राम रहीम से डेरे की गद्दी बदले जाने वाले कयासों को लेकर भी सवाल पूछे गए. इस पर राम रहीम ने कहा, ‘हम हैं, हम थे और हम ही गद्दी पर रहेंगे.’ ये दोनों तरह की घोषणा राम रहीम ने यूपी के बागपत में मौजूद बरनावा आश्रम में साधु संगत को संबोधित करते हुए की.
हरियाणा में निकाय चुनाव
हरियाणा में आगामी निकाय चुनाव को देखते हुए कई नेता गुरमीत राम रहीम के सत्संग में पहुंचकर आशीर्वाद ले रहे हैं. राम रहीम ने जेल से निकलते ही सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो अपलोड कर अपने समर्थकों को मैसेज दिया. दो बार सोशल मीडिया के जरिये सत्संग भी किया. डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को सत्संग को यूपी, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के राज्यों और विदेशों में रह रहे समर्थकों ने यू-ट्यूब पर सुना.
राम रहीम ने यूपी से ऑनलाइन सत्संग किया. सत्संग में करनाल जिले की साधु संगत शामिल हुई. इस दौरान जिले के पंचायत चुनाव में खड़े होने वाले उम्मीदवारों ने भी आशीर्वाद लिया.
सत्संग में शामिल लोग
सत्संग में करनाल नगर निगम की मेयर रेणु बाला गुप्ता, जिला अध्यक्ष योगेंद्र राणा, डिप्टी मेयर नवीन कुमार और सीनियर डिप्टी मेयर राजेश ने भी गुरमीत राम रहीम के संबोधन के दौरान अपनी हाजिरी लगाई और राम रहीम को करनाल आने का न्योता भी दिया.
सत्संग में शामिल हुए करनाल नगर निगम के सीनियर डिप्टी मेयर ने कहा कि बाबा जी का सत्संग था. उन्हें सत्संग में साधु संगत बुलाई थी. राम रहीम ने यूपी के बागपत से ऑनलाइन सत्संग किया गया था. उन्ही के बुलावे पर पहुंच कर संगत के साथ मिलना जुलना हुआ. मेरे वॉर्ड के काफी लोग बाबा के साथ जुड़े हुए हैं.
किन मामलों में राम रहीम को मिली है सजा
डेरा प्रमुख बागपत में डेरा के बरनावा आश्रम से केवल ऑनलाइन सत्संग कर रहा है. राम रहीम को पिछले साल चार अन्य लोगों के साथ डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भी दोषी ठहराया गया था.डेरा प्रमुख और तीन अन्य लोगों को 16 साल से भी अधिक समय पहले एक पत्रकार की हुई हत्या के मामले में 2019 में दोषी करार दिया गया था.