पशुपतिनाथ अखाड़े की किन्नर महामंडलेश्वर और 50 से भी अधिक देशों में भागवत कथा प्रवचन कर चुकीं हिमांगी सखी अपने बयान को लेकर फिर चर्चाओं में हैं।
उन्होंने ऐलान कर दिया है कि वे बनारस में विश्वेश्वर ज्ञानवापी महादेव में 8 अगस्त को पहुंचेंगी और सावन के अंतिम सोमवार को वहां जलाभिषेक करेंगी।
किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी कहना है कि जब मुस्लिमों को वजू करने की इजाजत दी जा सकती हैं, तो फिर हमें क्यों नहीं?
उन्होंने कहा है कि भोलेनाथ का सबसे प्रिय सावन मास चल रहा है और हम सावन में जलाभिषेक नहीं करेंगे तो कब करेंगे।
जबलपुर में भक्तों के बीच पहुंचीं महामंडलेश्वर ने कहा कि अब हमने ऐलान कर दिया है, भले ही इसके लिए हमारे प्राण ही क्यों न चले जाएं,या उन्हें जेल ही क्यों न जाना पड़ जाए, वे ज्ञानवापी में जलाभिषेक जरूर करेंगी।
इसके बाद से इंटरनेट मीडिया पर हमें धमकी भरे मैसेज लगातार मिल रहे हैं, हिमांगी सखी ने कहा कि धमकी भरे मैसेज उनकी राह नहीं रोक सकते।
धमकी मिलने के बावजूद हम ज्ञानवापी जाएंगे और भगवान भोलेनाथ का महाभिषेक व पूजन करेंगे, जो भी हमें रोकना चाहता है, रोककर दिखाए।
किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कहा है कि महादेव का रुद्राभिषेक करने वे अकेली नहीं जाएंगी, बल्कि बनारस समेत देश के अन्य हिस्सों से संत भी वाराणसी पहुंचेंगे।
सभी बनारस से गंगाजल लेकर कांवड़ यात्रा के रूप में 8 अगस्त के दिन आखिरी सोमवार को विश्वेश्वर ज्ञानवापी महादेव का रुद्राभिषेक करेंगे।
किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने यहां तक कहा है कि प्रशासन ने अगर ज्ञानवापी महादेव का जलाभिषेक करने की अनुमति नहीं दी तो वे खुद अपना अभिषेक करेंगी क्योंकि किन्नर भी इस धरती पर अर्धनारीश्वर माने जाते हैं।
भगवान भोलेनाथ भी अर्धनारीश्वर ही हैं।
गौरतलब है कि ज्ञानवापी शिवलिंग को लेकर पूरा मामला न्यायालय में विचाराधीन है. इस बीच प्रशासन ने वहां पर किसी भी तरह की पूजा-अर्चना पर रोक लगा रखी है।
लेकिन महामंडलेश्वर हिमांगी सखी का कहना है कि मुस्लिम समाज को इतने सालों तक वजू करने का अधिकार मिला है, तो क्या हम हिंदू समाज के लोग सावन में भी अपने महादेव का जलाभिषेक नहीं कर सकते।