आज से भगवान भोलेनाथ के प्रिय माह सावन की शुरुआत हो रही है, सावन के महीने को बेहद पवित्र माना जाता है, इस पूरे महीने में महादेव की विधि-विधान से पूजा की जाती है।
यदि सावन के महीने में पूरे विधि-विधान से भोलेनाथ का पूजन किया जाए तो भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
धर्म शास्त्रों के अनुसार सृष्टि के संचालन का कार्य भगवान विष्णु के हाथ में रहता है परन्तु जब सृष्टि के पालनकर्ता और संचालक भगवान विष्णु चार महीने के शयन या योगनिद्रा में चले जाते हैं।
तब सृष्टि के संचालन की जिम्मेदारी भोलेनाथ निभाते हैं और इस दौरान भगवान शिव और उनके परिवार से जुड़े व्रत-त्योहार आदि मनाये जाते हैं।
भगवान शिव को समर्पित सावन का महीना भक्तों के लिए अत्यंत लाभदायक है, जो भक्त सच्ची श्रद्धा से भोलेनाथ का पूजन करता है उसको भोलेनाथ का कल्याणकारी आशीर्वाद अवश्य प्राप्त होता है।
सावन के महीने में भोलेनाथ की पौराणिक कथा का पाठ करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है, जो भक्त सोमवार का व्रत रखता है उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है और महिलाओं को सौभाग्यवती होने का वरदान मिलता है।
सावन के महीने में शिव उपासना से भोलेनाथ जल्दी प्रसन्न होते हैं, वैसे भी सभी देवी-देवताओं में भोलेनाथ की पूजा करना सबसे आसान होता है,भोले भंडारी को सच्चे मन से चढ़ाया गया मात्र एक लोटा जल की काफी होता है।
जानिए कि सावन के इस पवित्र महीने में महादेव को प्रसन्न करने के लिए सावन के महीने में किस तरह से आप शिव उपासना करें ताकि भोलेनाथ की कृपा का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
सावन व्रत और पूजा-विधि
भोलेनाथ की विशेष कृपा पाने के लिए इस प्रकार करें उनका पूजन…..
- सावन माह के दौरान सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
- आस पास स्थित शिव मंदिर में जाकर शिवजी के दर्शन करते हुए शिवलिंग पर गंगाजल और दूध से अभिषेक करें।
- भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र,धतूरा,गंगाजल और दूध अवश्य शामिल करें।
- सावन माह में शिवजी के जलाभिषेक के दौरान “ओम् नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
- पूजा के अंत में अपनी सभी तरह की मनोकामना की पूर्ति के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करें और उनकी आरती करके शिव चालीसा का पाठ करें।
शिव आराधना के लिए सबसे अच्छा और पवित्र महीना सावन का होता है, ऐसे में जो भक्त अपनी मनोकामना को प्राप्त करने के लिए व्रत रखना चाहते हैं, उन्हें सोलह सोमवार का व्रत आरंभ करने के लिए यह समय बहुत ही शुभ होता है।