जयपुर के चाकसू थाना
इलाके (Jaipur News today) के शक्कर खावदा गांव के पास स्थित एक ढाणी में इकलौते बेटे ने मां (Mother) के लिए अपनी जान देकर दूध का कर्ज चुकाया. गिर्राज (25) अपनी मां सोना देवी (48) के साथ खेत में काम रहा था, तभी मां को प्यास लगी तो वह पानी लेने कुएं पर गई लेकिन पैर फिसलने से उसमें जा गिरी. गिर्राज ने अपनी मां को बचाने के लिए कुएं में छलांग लगा दी लेकिन दुर्भाग्यवश दोनों की मौत हो गई. दिल दहला देने वाली घटना की सूचना पर मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और दोनों को कुएं से बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन कामयाब नहीं हुए. पुलिस ने सिविल डिफेंस की रेस्क्यू टीम को बुलाया. ग्रामीणों और रेस्क्यू टीम ने मिलकर दोनों को बाहर निकाला लेकिन तब तक दोनों दम तोड़ चुके थे.
जयपुर जिले में
एक बेटे (Son) ने मां (Mother) के दूध का कर्ज चुकाने के लिये अपनी जान तक दे दी. यह दीगर बात है कि वह अपनी मां को बचा नहीं पाया. जयपुर के चाकसू इलाके में हुये इस दर्दनाक हादसे (Shocking Incident) में मां और बेटे दोनों की मौत (Death) हो गई. पुलिस ने मां-बेटे के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर उन्हें परिजनों को सौंप दिया है. मां के लिये जान देने वाला बेटा इकलौता ही था. हादसे के बाद मृतकों के गांव में मातम पसर गया वहीं उनके परिजनों में कोहराम मच गया.
पुलिस के अनुसार दिल को दहला देने वाली यह घटना जयपुर के चाकसू थाना इलाके के शक्कर खावदा गांव के पास स्थित एक ढाणी में आज सुबह करीब 10 बजे हुई. वहां गिर्राज (25) अपनी मां सोना देवी (48) के साथ अपने खेत में काम रहा था. इसी दौरान सोना देवी पानी लेने के लिये खेत में बने कुएं पर गई. वहां पानी भरते समय सोना देवी का पैर फिसल गया और कुएं में जा गिरी.
बेटे ने सीधे लगा दी कुएं में छलांग
इस बीच खेत में काम रहे उसके बेटे गिर्राज की नजर मां पर पड़ी. मां को कुएं में गिरते देखकर गिर्राज ने आव देखा ना ताव और सरपट कुएं की ओर दौड़ पड़ा. मां के कुएं में गिर जाने के बाद गिर्राज ने बिना एक पल गंवाये मां को बचाने के लिये सीधे कुएं में छलांग लगा दी. लेकिन उसकी किस्मत ने साथ नहीं दिया और मां-बेटे दोनों कुएं में डूब गये. इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.
कुएं से बाहर निकाला तब तक हो चुकी थी मौत
हादसे की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और दोनों को कुएं से बाहर निकालने का प्रयास किया. इस बीच ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस को भी सूचित कर दिया. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सिविल डिफेंस की रेस्क्यू टीम को बुलाया. बाद में ग्रामीणों और रेस्क्यू टीम ने मिलकर दोनों को बाहर निकाला लेकिन तब तक दोनों दम तोड़ चुके थे.
ग्रामीणों की आंखें हुई नम
पुलिस उनको तत्काल स्थानीय अस्पताल भी ले गई लेकिन वहां डॉक्टरों ने गिर्राज और सोना देवी को मृत घोषित कर दिया. यह सुनकर ग्रामीणों की आंखें भर आई. गांव में जैसे ही मां-बेटे की मौत की सूचना पहुंची तो वहां मातम पसर गया. हर किसी की जुबां पर एक ही सवाल था कि गिर्राज ने मां को बचाने के लिये जबर्दस्त फूर्ति दिखाई और अपनी जान की परवाह किये बगैर कुएं में कूद गया लेकिन उसके प्रयास काम नहीं आये.