राजस्थान की
बूंदी पुलिस ने 92 वर्ष के बुजुर्ग को साइकिल चोरी के आरोप 54 साल बाद गिरफ्तार किया है. आरोपी के सिर तीन हजार रुपये का ईनाम घोषित था.
राजस्थान (Rajasthan) की बूंदी पुलिस (Bundi Police) की स्पेशल टीम ने 92 साल के एक बुजुर्ग (Elderly) को गिरफ्तार किया है. बुजुर्ग पर तीन हजार रुपये का ईनाम घोषित था और वह पिछले 54 सालों से फरार चल रहा था. पुलिस को इस ईनामी आरोपी की 54 वर्षों से तलाश थी. आरोप है कि बुजुर्गों ने अपनी 38 साल की उम्र में शहर की एक दुकान से किराए पर साइकिल (Bicycle) ली थी और वह उसे लेकर फरार हो गया था. साइकिल मालिक ने चोरी और धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
एडिशनल एसपी किशोरी लाल
(Additional SP Kishori Lal) ने बताया कि जयपुर पुलिस मुख्यालय (Jaipur Police Headquarters) के निर्देश पर वांछित फरार, ईनामी अपराधियों (Bounty Criminals) के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. जिस पर जिला विशेष टीम के प्रभारी मुकेश मीणा (Mukesh Meena In-Charge of District Special Team) ने कड़ी मेहनत करते हुए गंगानहर के रहने वाले तीन हजार रुपये के ईनामी आरोपी मुंशीराम (Bounty Accused Munshiram) पुत्र नाथूराम कुमरावत कुम्हार को गिरफ्तार किया है. आरोपी मुंशीराम के खिलाफ कोतवाली में धारा 406 के तहत मामला दर्ज था. आरोपी 54 वर्षों से फरार चल रहा था. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए बूंदी एसपी ने उसके सिर तीन हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था. पुलिस टीम आरोपी की तलाश 1968 से कर रही थी. पुलिस के मुताबिक आरोपी जिले और और अपना हुलिया बदलता रहा, इससे उस तक पहुंचने में देरी हुई.
एडिशनल एसपी किशोरी लाल ने कहा,
”1967 में बूंदी शहर की साइकिल की दुकान से आरोपी मुंशीराम ने किराए से साइकिल ली थी. जिसके बाद मुंशीराम साइकिल लेकर वापस नहीं लौटा. साइकिल की दुकान के मालिक ने कोतवाली में चोरी और धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. उस समय साइकिल की कीमत केवल 200 रुपये ही थी. मामला कोर्ट तक पहुंचा तो आरोपी मुंशीराम एक बार ही कोर्ट में पेश हुआ. उसके बाद से वह कोर्ट नहीं पहुंचा. ऐसे में कोर्ट ने मुंशी राम का स्थाई वारंट जारी कर दिया. फिर जिला स्पेशल टीम ने 54 साल बाद बुजुर्ग को गंगानगर से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. आरोपी को पुलिस टीम ने कोर्ट में पेश किया, जहां अदालत ने उस पर जुर्माना लगाया है.”