400 आलीशान कमरे, डाइनिंग टेबल पर चलती है चांदी की ट्रेन, इस शाही महल में मेहमान बनकर पहुंचेंगे अमित शाह

मध्यप्रदेश में अगले

साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में राजनीतिक हलचलें बढ़ गई हैं। जहां सभी पार्टियां सक्रिय हो चुकी हैं तो वहीं दलों के प्रमुख ने एमपी में दौरा करना भी शुरू कर दिया है। इस कड़ी में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी इस महीने दूसरी बार मध्यप्रदेश का दौरा करने वाले हैं। बता दें कि अमित शाह (Home minister Amit shah) इस सप्ताह रविवार, 16 अक्टूबर को राज्य में आ रहे हैं, जहां वो ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया के जय विलास पैलेस (jai vilas palace) में भी विजिट करने वाले हैं।

ग्वालियर में अत्याधुनिक एयरपोर्ट का शिलान्यास करेंगे अमित शाह

दरअसल, गृहमंत्री अमित शाह एमपी के शहर ग्वालियर में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस विमानतल का उद्धाटन करने आ रहा है। वहीं राजनीतिक विशेषज्ञ अमित शाह के इस ग्वालियर दौरे को ज्योतिरादित्य सिंधिया के शक्तिप्रदर्शन से जोड़ रहे है। माना जा रहा है भाजपा में शामिल होने के बाद अब ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी में अपनी स्थिति मजबूत करने में लगे हैं।

 

 

 

ऐसे में सिंधिया अमित शाह के इस दौरे की सभी तैयारियों में खुद जुटे हुए हैं। वहीं मालूम हो कि अमित शाह ग्वालियर के जिस एयरपोर्ट का शिलान्यास करने आ रहे हैं, उसका नाम ग्वालियर राजघराने की राजमाता विजयाराजे सिंधिया के नाम पर रखा जाएगा।

ग्वालियर राजघराने के जय विलास पैलेस के मेहमान बनेंगे अमित शाह

वहीं अमित शाह इस दौरे में ग्वालियर राजघराने के जय विलास पैलेस (jai vilas palace) में भी मेहमान बनकर पहुंचने वाले हैं। बताया जा रहा है कि अमित शाह के स्वागत के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया अभी से जय विलास में तैयारियां शुरू कर दी हैं और वो खुद हर चीज की मानिटरिंग कर रहे हैं। अब बात करें जय विलास पैलेस की तो इसका निर्माण 1874 में जयाजीराव सिंधिया ने किया था, जोकि देश में यूरोपीय वास्तुकला के बेहतरीन नमूने के तौर पर जाना जाता है।

400 कमरे वाले महल में चलती है चांदी की ट्रेन

बता दें कि 400 कमरे वाले जय विलास महल का डिजाइन सर माइकल फिलोस ने तैयार किया था। उस वक्त में इस आलीशान महल के निर्माण एक करोड़ रुपए में खर्च हुए थे, जिसकी गिनती आज के वक्त मे अरबों नही खरबों में होगी। वहीं इस महल (Jai vilas palace) के डाइनिंग हॉल में चलने वाली चांदी की ट्रेन भी अपने आप नायाब है। जो यहां आने वाले शाही मेहमानों को खाने परोसने के लिए इस्तेमाल में लाई जाती है।

ऐसे में देश के सभी राजनीतिक विश्लेषकों की निगाह भी अमित शाह के ग्वालियर राजघराने के जय विलास पैलेस में होने वाली स्वागत समारोह पर भी टिकी हुई हैं।

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