हम सभी को अपने जीवन में
हमेशा ही हँसते मुस्कुराते रहना चाहिए और अपने लाइफ को खुलकर एन्जॉय करना चाहिए और ऐसे में हम आपके लिए रोजाना की तरह एक बार फिर से कुछ मजेदार जोक्स लेकर आये है जिन्हें पढने के बाद आपका मूड एकदम फ्रेश हो जायेगा तो फिर देर किस बात की आइये शुरू करते है हंसने हंसाने का ये सिलसिला
टीचर- आज मैं क्विज प्रतियोगिता कर रही हूं सभी बच्चे जल्दी-जल्दी जबाब देना
टीचर- बताओं मधुमक्खी हमें क्या देती है..? बच्चा-शहद
टीचर- पतली बकरी क्या देती है..? बच्चा- दूध…
टीचर- और मोटी भैंस हमें क्या देती है
बच्चा- होमवर्क,दे थप्पड़…दे थप्पड़…दे थप्पड़
बंटी- बेबी एक बात बताओ
ये सीक्रेट और पर्सनल में क्या अंतर होता है
बबली- तुम मेरे बॉयफ्रेंड हो येे पर्सनल है…
मैं किसी और से शादी करूंगी ये सीक्रेट है…
वैलेंटाइन डे पर एक दादा-दादी ने जवानी के दिनों को याद करने का फैसला किया…
अगले दिन दादा फूल लेकर वहीं पहुंचे जहां वो जवानी में मिला करते थे,
वहां खड़े-खड़े दादा के पैरों में दर्द हो गया लेकिन दादी नहीं आईं, घर जाकर दादा गुस्से से, “आईं क्यों नहीं?
दादी शर्माते हुए,” मम्मी ने आने नहीं दिया”….
महिला- मेरा वेट कैसे कम होगा?
डॉक्टर- अपनी गर्दन को दाएं बाएं हिलायें।
महिला- किस समय?
डॉक्टर- जब कोई खाने को पूछे!
पप्पू और गप्पू दोनों भाई एक
ही क्लास में पढ़ते थे।
अध्यापिका – तुम दोनों ने अपने पापा का नाम अलग-अलग क्यों लिखा?
पप्पू – मैडम फिर आप कहोगे नकल मारी है, इसीलिए।
एक खूबसूरत लड़की आंखों की समस्या को लेकर डॉक्टर के पास पहुंची।
चेक करने के बाद खूबसूरत लड़की की आंखों में आंखें डालकर डॉक्टर बोला…
डॉक्टर- जिस तरह अपने प्रेमी को देखती हो, उसी तरह देखना…
खूबसूरत लड़की- पर क्यों
डॉक्टर- आई ड्राप डालना है।
वैलेंटाइन डे पर पत्नी का घूंघट उठाकर चिंटू रोमांटिक अंदाज में बोला…
चिंटू- हमै तुमाई आंखन में पूरौ शहर दीख रऔ है
चिंटू की पत्नी- देखियो, आगे बाले चौराहे पे मारो ब्वॉयफ्रेंड खड़ो है का…
चिंटू बेहोश
चिंटू- अगर मुझे दूसरा दिमाग लगवाने की जरूरत पड़ी तो मैं तुम्हारा दिमाग लगवाना चाहूंगा।
मिंटू- मतलब तुम मानते हो कि मेरे पास जीनियस का दिमाग है?
चिंटू- नहीं, मुझे ऐसा दिमाग चाहिए जो पहले कभी यूज न हुआ हो।
पत्नी- आज भिंडी कच्ची रह गई है,
प्लीज adjust कर लो.
पति – मुझे पकाने में तो तू एक्सपर्ट है,
भिंडी को कैसे छोड़ दिया.
एक आदमी मुर्गे का फर्म चलाता था.
उसने किसी फौजी रिश्तेदार को दावत पर बुलाया.
रिश्तेदार दो मुर्गे खा गया फिर
भी उसका पेट नहीं भरा. उसकी नजर और मुर्गों पर थी.
रिश्तेदार (आंगन में एक बूढे मुर्गे को देखकर): देखो , यह मुर्गा कितनी शान से लड़खड़ा रहा है.
आदमी (चिढ़कर): शान क्यों न हों? इसके दो बेटे एक फौजी अधिकारी की सेवा जो कर चुके हैं.
दो नाली के कीड़े खाते समय आपस में बाते कर रहे थे
एक कीड़ा, यह सामने वाला होटल कितना साफ है, हर चीज शीशे की तरह चमकती है
दूसरा कीड़ा, मेहरबानी करो यार,
कम-से-कम खाना खाते समय तो ऐसी घिनौनी बाते मत किया करो.
गुप्ता जी ने रास्ते में बैठे भिखारी से कहा,
भीख मांगते हुए तुम्हें शर्म आनी चाहिए.
मेरे साथ चलो, मेरे घर काम करना मैं तुम्हें दिन के तीन सौ रुपये दूंगा.
भिखारी ने कहा, अच्छा ठीक है, तुम मेरे साथ बैठ जाओ मैं तुम्हें दिन के पाँच सौ रुपए दूंगा.