मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट ने मंदिर परिसर के अंतर्गत आने वाले “भागवत भवन” की छत पर लगे लाउडस्पीकरों की आवाज को बंद कर दिया है। इन लाउडस्पीकरों द्वारा जन्मभूमि परिसर में होने वाली भोर की मंगला आरती से लेकर रात की शयन आरती तक एवं अन्य आयोजनों पर लाउडस्पीकर बजता था जिसकी आवाज परिसर के बाहर भी सुनाई देती थी
श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट एवं श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर के गुंबद पर लगे लाउडस्पीकर को बुधवार से बंद कर दिया गया है क्यूंकि इनकी आवाज जन्मभूमि परिसर के बाहर भी सुनाई देती थी
उन्होंने यह भी बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर परिसर के भीतर बजने वाले भजनों की आवाज को भी धीमा किया गया है ताकि यह आवाज़ परिसर के बाहर न जाए।
संस्थान के पदाधिकारी का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आह्वान पर यह कदम उठाया गया है गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा था कि सभी को अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है।
उन्होंने कहा था कि माइक एवं लाउडस्पीकर का उपयोग धर्म-स्थलों द्वारा किया जा सकता है, लेकिन इस प्रकार के परिसर में यह भी सुनिश्चित हो कि उनके लाउडस्पीकरों आवाज परिसर से बाहर न आए और इससे अन्य आमजन को कोई परेशानी ना हो।
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के आह्वान पर हिन्दू धर्म-स्थलों से की जा रही पहल से अधिकांश आमजन सहमत एवं प्रसन्न हैं लेकिन साथ ही साथ एक संशय का माहौल भी कि अन्य धर्मों के धर्म-स्थल जहां दिन के पांच वक़्त लाउडस्पीकर बजाए जाते हैं क्या वो भी कोई ऐसी पहल करेंगे