राजस्थान के अलवर जिले में सरिस्का टाइगर रिजर्व के जंगलों में भीषण आग लग गई है। जानकारी के मुताबिक, सोमवार शाम को लगी आग अब 10 वर्ग किमी में फैल गई है और अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
वन अधिकारियों ने यह भी बताया है कि वन कर्मियों समेत करीब 150-200 लोग आग पर काबू पाने में लगे हुए हैं। भारतीय वायु सेना (IAF) के दो हेलीकॉप्टरों को भी आग बुझाने के लिए बुलाया गया है।
आग से क्षेत्र में बाघों की आवाजाही प्रभावित हुई है। आग प्रभावित क्षेत्र की परिधि में रहने वाले ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया है।
IAF के दो हेलिकॉप्टर जंगल से लगभग 43 किलोमीटर दूर सिलिसर झील से पानी ला रहे हैं और आग प्रभावित क्षेत्र पर गिरा रहे हैं।
भारतीय वायुसेना ने बताया कि सरिस्का टाइगर रिजर्व के बड़े क्षेत्रों में आग के प्रसार को नियंत्रित करने में मदद करने के लिए अलवर जिला प्रशासन के कहने पर, IAF ने बांबी बकेट ऑपरेशन करने के लिए दो Mi 17 V5 हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं।
आज सुबह से ही अग्निशमन अभियान जारी है।
अलवर की एडीएम सुनीता पंकज ने कहा, “हम उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जहां आग से वन्यजीवों को खतरा हो सकता है।”
पंकज ने बताया, “चूंकि आग भीषण थी, स्थानीय लोगों के प्रयास पर्याप्त नहीं थे। इसलिए हमने जयपुर में दमकल विभाग को सूचित किया। उन्होंने आग बुझाने के लिए दिल्ली से 2 हेलिकॉप्टरों को तैनात किया। बाघ और ग्रामीण लोगों की आबादी वाले क्षेत्र हमारी प्राथमिकता हैं,”
पंकज ने बताया, “हमें 2 दिन पहले आग के बारे में सूचित किया गया था। हमने आग पर काबू पाने के लिए स्थानीय लोगों की मदद ली। 9 वर्ग किमी क्षेत्र अभी भी आग की लपटों में है। हम आग को रोकने की कोशिश कर रहे हैं ताकि यह और अधिक न फैले।
अलवर के डीएफओ सुदर्शन शर्मा ने बताया, आग पर काबू पाने के बाद नुकसान का पता लगाया जाएगा।
सरिस्का अभ्यारण्य में 20 से अधिक बाघ हैं।